कोविड -19 : सावधानी हटी, दुर्घटना घटी
" आलोक गौड़ "
नई दिल्ली। दिल्ली में एक बार फिर से जानलेवा करोना (कोविड -19) ने दस्तक दे दी है। दिल्ली की आत्ममुग्ध व आत्मप्रचार में जुटी रेखा गुप्ता सरकार ने यदि समय रहते इस बीमारी से निपटने के लिए आवश्यक कदम नहीं उठाए तो यह माहमारी का रूप भी अख्तियार कर सकती है। अगर ऐसा हुआ तो सिर्फ पछतावे के और कुछ भी हाथ नहीं लगेगा।
दिल्ली की रेखा गुप्ता सरकार के बारे में सवाल इस लिए उठ रहे हैं क्योंकि दिल्ली में कोविड -19 के 100 से भी ज्यादा मामले सामने आने के बावजूद अभी तक न तो इस बारे में मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और न ही उनके स्वास्थ्य मंत्री डॉ पंकज सिंह की ओर से किसी प्रकार की कोई प्रतिक्रिया व्यक्त की गई है। इससे तो ऐसा ही प्रतीत होता है कि दिल्ली सरकार आने वाले खतरे से पूरी तरह से अनजान बनी हुई है। या फिर पूरी तरह से निंकुश अफसरशाही ने इस बारे में मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को बताना उचित नहीं समझा है।
गौरतलब की देश में पहले दो बार आई करोना माहमारी के दौरान न केवल हजारों लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा था । इन मौतों के लिए सरकारी अस्पतालों में इलाज की सुविधाओं की कमी, समय पर आक्सीजन सिलेंडर की अनुपलब्धता , दवाओं की कमी व अव्यवस्था जिम्मेदार थी। इतना ही तब सरकार की गलत नीतियों के कारण हजारों लोगों को अपने कारोबार से भी हाथ धोना पड़ा था।
अब बात करोना (कोविड़ -19) के मामलों और इसके फैलने की बात करे तो इसके लिए लोगों की लापरवाही भी काम जिम्मेदार नहीं है।
एड्स हैल्थ केयर फाउंडेशन के दक्षिण एशिया के प्रमुख डॉ वी सैम प्रसाद के मुताबिक देश और खासकर दिल्ली में करोना के बढ़ते मामले चिता का विषय तो है। लेकिन यह समय घबराने का नहीं बल्कि सावधानी व सतर्कता बरतने का है। उनके मुताबिक अगर लोग भीड़भाड़ वाली जगह पर जाने से बचे और लोगों के सीधे संपर्क में न आएं तो उनके इस बीमारी का शिकार होने का खतरा काफी कम हो जाता है।
वहीं डॉ राम मनोहर अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ अतुल आनंद ने लोगों को घर से बाहर निकलते समय मास्क पहनने और बाहर से घर आते ही सेनिटाइजर से हाथ धोने की सलाह दी है।
उनका कहना है कि बदलते इस मौसम में खांसी - जुकाम व बुखार को अनदेखा करना भारी पड़ सकता है।
डॉ अतुल आनंद की सलाह है कि किसी भी प्रकार की अस्वस्था की स्थिति में तुरंत योग्य चिकित्सक से संपर्क करने के साथ ही उसकी सलाह का अनुसरण करना चाहिए। ऐसा करने पर लोग करोना की चपेट में आने से बच सकते हैं।